खाते खुलवाकर रकम हड़पने का मामला : विपणन विभाग के अफसरों-कर्मियों से हो सकती है पूछताछ 25 हजार का इनामी मुख्य आरोपित शंभू पुलिस की पकड़ से अभी भी दूर महराजगंज। किसानों के नाम से बैंकों में खाते खुलवाकर रकम हड़पने के तार धान खरीद से जुड़ने के बाद जिम्मेदार परेशान हैं। इस मामले में पुलिस के साथ ही सीडीओ की टीम भी जांच कर रही है। सूत्रों के मुताबिक इस पूरे प्रकरण में राइस मिलर्स भी जांच के दायरे में आ सकते हैं। वहीं मुख्य आरोपित 25 हजार का इनामी शंभू पुलिस की पकड़ से दूर है। हैरत की बात है यह कि पिछले कुछ समय से ताबड़तोड़ कई मामलों को तत्काल वर्कआउट करने वाली पुलिस के मुखबिरों से आखिर मुख्य आरोपित कैसे दूर है। यह किसी को समझ नहीं आ रहा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस प्रकरण में बैंकों की भूमिका की जांच भी होगी। जांच में खाता खुलने से लेकर चेकबुक लेने समेत अन्य जरूरी बिन्दुओं को देखा जाएगा। विपणन विभाग पर भी नजर है। कारण कि बिना विभागीय अधिकारियों व कर्मियों की मिलीभगत के धान खरीद में गड़बड़ी संभव नहीं है। ऐसे में विभाग से जुड़े अफसरों-कर्मियों से भी पूछताछ हो सकती है। डिजिटल हस्ताक्षर कैसे बना, इसके बारे में भी जानकारी हासिल की जा रही है। उन सभी बिन्दुओं पर जांच हो रही है, जिससे यह पता चले की पूरे खेल में कितने लोग शामिल हैं।
संभावना है कि इस धांधली का वास्तविक सच सामने आया तो बड़े घोटाले की पोल खुल सकती है। बिहार के कई जिलों से लेकर महराजगंज जिले समेत अन्य स्थानों जिले के क्रय केंद्रों पर आसानी से तौल होती रही है। इसका किसी को पता भी नहीं चला यह समझ से परे है। एसपी प्रदीप गुप्ता ने बताया कि पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच की जा रही है। पुलिस मुख्य आरोपित की तलाश में संभावित स्थानों पर छापा मार रही है। जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा। इसके बाद कुछ अहम जानकारी मिल सकती हैं। मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी में लगीं चार टीमें मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की चार टीमें लगीं हैं। उसके बारे में कुछ सुराग नहीं मिल रहा है। ऐसी संभावना है कि कहीं खुली सीमा का लाभ उठाकर वह नेपाल तो नहीं चला गया, या फिर प्रकरण में जमानत के लिए अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट का भी चक्कर लगा सकता है। वैसे ही कुछ सटीक जानकारी अभी पुलिस के हाथ नहीं लग सकी है। उसका मोबाइल भी बंद है।